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मनुष्य को अपना सुखी जीवन जीने के लिए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए | जीवन में 'रात व दिन' की तरह आशा और निराशा के क्षण आते-जाते रहते हैं | मनुष्य जिस तरह की भावना रखता हैं वैसी ही प्रेरणाएं मिलती हैं । आशा वह दीपक हैं जो कठिनाइयों में भी बुझता नहीं है, आत्मा से शक्ति पाकर निरंतर जलता रहता है । सच्ची मित्रता रंग रूप नहीं देखती हैं । मित्रता जीवन को रोमांच से भर देती हैं । मित्र के होने पर हम खुद को अकेला महसूस नहीं करते हैं । व्यक्ति अपने जन्म से ही अपनों के साथ रहता है, खेलता है, उनसे सीखता है पर हर बात व्यक्ति हर किसी को नहीं बताता है।
वह केवल अपने सच्चे मित्र को ही अपने मन की बात बताता है । जो हमें समय-समय पर जीवन की कठिनाइयों से लड़ने में सहायता प्रदान करता है । हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में दोस्तों की मुख्य भूमिका होती हैं । हम अपना सुख दु:ख तथा हर तरह की बातें उसी के साथ बांट सकते हैं जो हमारे मित्र होते है। मित्रता जीवन के किसी भी पड़ाव में हो सकती हैं । सच्ची दोस्ती हमको सदैव सही मार्ग दिखाती हैं - जैसे मोती की माला के टूट के बिखर जाने पर हम उन्हें बार-बार पीरोते हैं क्योंकि वह मूल्यवान हैं ठीक उसी प्रकार सच्चे मित्र भी मूल्यवान होते हैं उनकी मित्रता हमें बनाए रखनी चाहिए ।
संसार में कई दोस्त होते हैं जो हमेशा अपने मित्रों की समृद्धि के समय ही साथ रहते हैं , लेकिन केवल सच्चे, ईमानदार और वफादार दोस्त ही होते हैं जो हमें कभी भी हमारे जीवन में कठिनाई और मुश्किल के समय में अकेला नहीं होने देते हैं और हमारा साथ देते हैं तथा मनोबल बढाते है।सच्चे मित्र ही बिना विचार किए हमको संकट में देखकर मदद के लिए आगे आ जाते है।
जफ्फर खां
The Fabindia School
zkn@fabindiaschools.in
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