एक सभ्य समाज का निर्माण देश के शिक्षित नागरिकों द्वारा होता हैं। और इसमें नारी का अहम हिस्सा हैं। परिवार में मुख्य बिंदु नारी होती है , यदि एक नारी शिक्षित होती हैं तो वह पूरे परिवार को शिक्षित कर सकती हैं। एक बच्चे की पहली अध्यापिका या गुरु उसकी मां होती है , और विद्यालय उसका घर होता है जो शिक्षा एक बच्चे को उसकी माँ दे सकती हैं वो उसे दुनिया के किसी भी विद्यालय में प्राप्त नहीं हो सकते हैं। नारी का कर्तव्य बच्चों के पालन-पोषण करने के अतिरिक्त अपने घर -परिवार की व्यवस्था और संचालन करना भी होता हैं। एक शिक्षित और विकसित नारी अपनी आय ,परिस्थिति और घर के सभी सदस्यों की आवश्यकता आदि का ध्यान रखकर उचित व्यवस्था और संचालन कर सकती हैं। इसलिए आज के समाज और देश के लिए विकास के लिए नारी का शिक्षित होना बहुत आवश्यक हैं।
Kusum Dangi
The Fabindia School
kde@fabindiaschools.in
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