Monday, August 3, 2020

विश्वास - जफ्फर खां

विश्वास एक छोटा सा शब्द है | उसको पढ़ने में एक सेकेंड लगता है सोचो तो एक मिनट लगता है समझो तो दिन लगता है पर साबित करने
में तो जिंदगी लगती है - जैसे कि आज वाली स्थिति कोरोना महामारी के कारण सभी लोगों का विश्वास टूटता जा रहा है तथा एक दूसरे से लोग मिल नहीं पा रहे हैं, दूरी बढ़ गई हैं ,घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं | किसी भी वस्तु को छूने से ही लोगों को अत्यधिक  समस्याओं का सामना करना पड़ रहा  हैं | हमारे बाली शहर में बाहर से आए हुए मनुष्यों की कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट के आंकड़ों के कारण व्यक्तियों के मन एक डर बैठ गया है  | उन गली मोहल्ले को भी बंद किया गया है जहाँ कोरोना पोजिटिव लोग मिले हैं तथा पुलिस का पहरा भी लगाया गया हैं जिससे  लोगो में भय बढे  नहीं | 

लोग दुकानो पर बनी चीजों को नही खरीद रहे हैं | हमे इस समस्या का सामना पूरे विश्वास और सहयोग से करना चाहिए | जब कोई मुश्किल आती है तो उस मुश्किल का हल भी निकल सकता है | हमें किसी भी मुसीबत में घबराना व डरना नही चाहिए  क्योंकि हम लोग जब घबरा जाते हैं तो हमारा असर हमारे बच्चों के ऊपर पर पड़ता है और बच्चे हमसे ज्यादा घबरा जाते हैं | ऐसी  स्थिति में हमें विश्वास और हिम्मत से कार्य करना चाहिए | पहले भी लोग कई बीमारियों से ठीक हुए हैं  तो  यह कोरोना की बीमारी थोडा समय लेगी लेकिन हमें  विश्वास रखना होगा कि इस बीमारी का  समाधान निश्चित निकलने वाला है तथा सभी पहले जैसे होने वाला है| हमे अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए  कि हम सभी पहले जैसे मिल जुलकर साथ रहेंगे और दुख-सुख में अपने पड़ोसियों की मदद  करते रहेंगे बुजुर्गों की देखभाल करते रहेंगे |

 हमारे अंदर विश्वास हैं तो हम भविष्य में बड़ी से बड़ी कठिनाइयों का सामना कर सकते है | अपने अंदर आत्मविश्वास की बढ़ोतरी करना और सरकार द्वारा बताए गए नियमों का पालन करते हुए अपने आप को सुरक्षित रखना है और अपनी गली मोहल्ले में लोगों की मदद करनी है | उनको कोरोना से बचने के उपाय भी बताने होंगे क्योंकि जो व्यक्ति अनपढ़ है उनको उपायों के बारे में पता नही है उन्हें बताना  होगा कि कोरोना से बचने के लिए मुँह पे माक्स बांधे और अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोए  तथा दूसरे लोगो से मिलते समय एक मीटर की दूरी  बनाए रखनी चाहिए | अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखना चाहिए जिससे हमारा आत्मविश्वास मजबूत हो सके |

जफ्फर खां 
The Fabindia School
zkn@fabindiaschools.in

No comments:

Post a Comment

Blog Archive