हमारे जीवन में एक शिक्षक कितना महत्त्वपूर्ण होता है इस बात को *एलेक्जेंडर* महान के इन शब्दों से समझा जा सकता है. *एलेक्जेंडर ने कहा था* –" *मैं जीने के लिए अपने पिता का ऋणी हूँ, पर अच्छे से जीने के लिए अपने गुरु का*".....
भारत भूमि पर अनेक विभूतियों ने अपने ज्ञान से हम सभी का मार्ग दर्शन किया है. उन्ही में से एक महान विभूति शिक्षाविद्, दार्शनिक, महानवक्ता एवं आस्थावान विचारक *डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी* ने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है....डॉ. राधाकृष्णन की मान्यता थी कि –" *यदि सही तरीके से शिक्षा दी जाए तो समाज की अनेक बुराईयों को मिटाया जा सकता है*"
कहा जाता है कि –Teaching is a noble profession यानी शिक्षण एक महान पेशा है. और मैं ये भी कहना चाहूँगा कि यह वह माहन प्रोफेशन है जो बाकी सभी प्रोफेश्न्स की नीव है।
निश्चित ही अगर शिक्षक नहीं होते, टीचर नहीं होते, तो डॉक्टर नहीं होते, इंजिनियर नहीं होते, हर तरफ अशिक्षा और अज्ञानता का वास होता । इसमें कोई शक नहीं कि शिक्षक ही हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी हैं। वे छात्रों के व्यक्तित्व को आकार दे उन्हें देश का आदर्श नागरिक बनाते हैं। इसलिए हमारे जीवन मे शिक्षक का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और हमे इनका आदर और सम्मान करते रहना चाहिए ।
Usman Gani
The Fabindia School
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