ईमानदार व्यक्ति सभी का सम्मान करता है एवं बदले में
सम्मान पाता भी है। ईमानदारी का गुण किसी व्यक्ति के नैतिक चरित्र को पहचान देता
है। ईमानदार व्यक्ति अपनी ईमानदारी के बल पर जीवन में सफलता जरूर प्राप्त
करता है। परिवार, समाज, दोस्तों और दुनिया भर में ईमानदारी हमेशा सराहनीय
है। ईमानदारी और सम्मान एक ऐसा अभ्यास है जो धीरे - धीरे और धैर्यपूर्वक पहले
घर और फिर विद्यालय में सिखाया जाता है। इसलिए घर और विद्यालय एक बच्चे के लिए
उसके बढ़ते समय से ईमानदारी एवं सम्मान की भावना को विकसित करने के लिए सबसे अच्छी
जगह है।
हमें हर व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। सर्वप्रथम हमारे माता - पिता , परिवार के लोग एवं गुरुजन उनका सम्मान करना चाहिए। क्योंकि वे हमसे बहुत प्रेम करते हैं एवं हमारा बहुत ख्याल रखते हैं। अनजाने में भी हमारे द्वारा बोले गए कटु शब्द उन्हें आघात पहुँचा सकते हैं, दुखी कर सकते हैं। अतः हमें मधुर वाणी द्वारा उन्हें सम्मान देना चाहिए। जैसा व्यवहार हम दूसरों से अपने लिए चाहते है, वैसा ही व्यवहार हमें उनके लिए रखना चाहिए। अगर हमारे परिवार में कोई छोटे बच्चे, बीमार या बूढ़े व्यक्ति होते हैं, अगर हम उनकी सही ढंग से देखभाल करके एवं उनके किसी काम में मदद करके भी उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित कर सकते है।
हमें हर व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। सर्वप्रथम हमारे माता - पिता , परिवार के लोग एवं गुरुजन उनका सम्मान करना चाहिए। क्योंकि वे हमसे बहुत प्रेम करते हैं एवं हमारा बहुत ख्याल रखते हैं। अनजाने में भी हमारे द्वारा बोले गए कटु शब्द उन्हें आघात पहुँचा सकते हैं, दुखी कर सकते हैं। अतः हमें मधुर वाणी द्वारा उन्हें सम्मान देना चाहिए। जैसा व्यवहार हम दूसरों से अपने लिए चाहते है, वैसा ही व्यवहार हमें उनके लिए रखना चाहिए। अगर हमारे परिवार में कोई छोटे बच्चे, बीमार या बूढ़े व्यक्ति होते हैं, अगर हम उनकी सही ढंग से देखभाल करके एवं उनके किसी काम में मदद करके भी उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित कर सकते है।
Ayasha
Tak
The
Fabindia School, Bali.
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