"Once we believe in ourselves, we can risk curiosity, wonder, spontaneous delight, or any experience that reveals the human spirit."
एक बार एक व्यक्ति अकेला उदास बैठा कुछ सोच रहा था कि तभी उसके पास भगवान् आये। भगवान् को अपने समक्ष देख उस व्यक्ति ने कहा हे भगवान् मुझे जीवन में बहुत असफलतायें मिलीं हैं, अब मै निराश हो चुका हूँ। अब आप ही मुझे बताओ कि मेरे जीवन की क्या कीमत है।
भगवान ने उस व्यक्ति को एक नीला चमकदार पत्थर दिया और कहा, "जाओ इस पत्थर की कीमत का पता लगालो, तुम्हे अपने जीवन की कीमत का पता चल जायेगा लेकिन ध्यान रहे, इस पत्थर को बेचना नहीं है"; वो व्यक्ति उस नीले चमकदार पत्थर को लेकर सबसे पहले एक फल वाले के पास पहुंचा और बोला, "भाई ये पत्थर कितने का खरीदोगे ?"
फल वाले ने पत्थर को ध्यान से देखा और कहा,"मुजसे एक दर्जन केले ले जाओ और यह पत्थर मुझे दे दो" लेकिन उस व्यक्ति ने पत्थर को नहीं बेचा और फिर वह एक फल वाले के पास गया जिसने उस पत्थर की कीमत एक बोरी प्याज बताई ,इसी तरह से सुनार ने उस पत्थर की कीमत एक लाख रुपये और अंत में एक हीरे के व्यापारी ने उस पत्थर को देखा और कहा यह अनमोल है, अगर मै अपनी पूरी दौलत भी लगा दूँ तो भी मै इस पत्थर को नहीं खरीद सकता। यह सब बातें सुनकर वह व्यक्ति वापस भगवान् के पास गया और उन्हे सारी बात बताई और भगवान् से पूछा, "हे भगवान् अब तो बताइये कि मेरे जीवन की क्या कीमत है"
भगवान् ने कहा जिस प्रकार से अलग-अलग लोगों ने उस पत्थर की कीमत बताई ठीक उसी तरह से तुम्हारे जीवन की भी कीमत है। इस दुनिया में हर एक मनुष्य के पास कोई न कोई हुनर है जो समय के साथ निखर के सामने आता है, लेकिन उसके के लिए कड़ी परिश्रम और धैर्य की जरूरत है। इसलिए निराश मत हो और अपने आप पर विश्वास करना सीखो क्योंकि यही विश्वास तुम्हें तुम्हारे जीवन की असली कीमत बतायेगा।
Suresh Negi/ Educator at The Fabindia School
Email sni4fab@gmail.com
एक बार एक व्यक्ति अकेला उदास बैठा कुछ सोच रहा था कि तभी उसके पास भगवान् आये। भगवान् को अपने समक्ष देख उस व्यक्ति ने कहा हे भगवान् मुझे जीवन में बहुत असफलतायें मिलीं हैं, अब मै निराश हो चुका हूँ। अब आप ही मुझे बताओ कि मेरे जीवन की क्या कीमत है।
भगवान ने उस व्यक्ति को एक नीला चमकदार पत्थर दिया और कहा, "जाओ इस पत्थर की कीमत का पता लगालो, तुम्हे अपने जीवन की कीमत का पता चल जायेगा लेकिन ध्यान रहे, इस पत्थर को बेचना नहीं है"; वो व्यक्ति उस नीले चमकदार पत्थर को लेकर सबसे पहले एक फल वाले के पास पहुंचा और बोला, "भाई ये पत्थर कितने का खरीदोगे ?"
फल वाले ने पत्थर को ध्यान से देखा और कहा,"मुजसे एक दर्जन केले ले जाओ और यह पत्थर मुझे दे दो" लेकिन उस व्यक्ति ने पत्थर को नहीं बेचा और फिर वह एक फल वाले के पास गया जिसने उस पत्थर की कीमत एक बोरी प्याज बताई ,इसी तरह से सुनार ने उस पत्थर की कीमत एक लाख रुपये और अंत में एक हीरे के व्यापारी ने उस पत्थर को देखा और कहा यह अनमोल है, अगर मै अपनी पूरी दौलत भी लगा दूँ तो भी मै इस पत्थर को नहीं खरीद सकता। यह सब बातें सुनकर वह व्यक्ति वापस भगवान् के पास गया और उन्हे सारी बात बताई और भगवान् से पूछा, "हे भगवान् अब तो बताइये कि मेरे जीवन की क्या कीमत है"
भगवान् ने कहा जिस प्रकार से अलग-अलग लोगों ने उस पत्थर की कीमत बताई ठीक उसी तरह से तुम्हारे जीवन की भी कीमत है। इस दुनिया में हर एक मनुष्य के पास कोई न कोई हुनर है जो समय के साथ निखर के सामने आता है, लेकिन उसके के लिए कड़ी परिश्रम और धैर्य की जरूरत है। इसलिए निराश मत हो और अपने आप पर विश्वास करना सीखो क्योंकि यही विश्वास तुम्हें तुम्हारे जीवन की असली कीमत बतायेगा।
Suresh Negi/ Educator at The Fabindia School
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