Saturday, September 22, 2018

Caring Icons: साहस

साहस नियंत्रित करना सबसे साहस का काम है।

एक बार 'जॉय' घबराया हुआ प्रेरणा के पास आया। उसने बताया कि सभी विद्यार्थियों को वाद-विवाद प्रतियोगिता में आवश्यक रूप से भाग लेना है। प्रेरणा ने कहा,यह तो बहुत अच्छी बात है, तुम इतने डरे हुए क्यों हो। दरअसल बात यह थी कि जॉय को बचपन से ही किसी के सामने बोलने में संकोच होता है। ऐसा क्यों है, इसका कारण उसने प्रेरणा को नहीं बताया। प्रेरणा ने भी उसे बताने के लिए दवाब नहीं डाला। उसने उसे सहज बनाने के लिए उससे बात प्रारंभ की। धीरे-धीरे वह शांत और सहज होता चला गया। प्रेरणा ने उससे वाद-विवाद प्रतियोगिता में दिए गए विषय पर बोलने के लिए उत्साहित किया।

जैसे ही उसने खड़े होकर बोलना शुरू किया। उसकी आवाज़ लड़खड़ा गई। शब्द अस्पष्ट हो गए। प्रेरणा ने उसे उत्साहित करते हुए उसे शांत होकर पुनः प्रयास करने के लिए कहा। जैसे ही उसने फिर से बोलना शुरू किया। उसकी आवाज़ फिर अस्पष्ट हो गई। वह अपने स्थान पर शांत होकर खड़ा नहीं हो पा रहा था। एक अपने हाथ से दूसरा हाथ मसल रहा था। प्रेरणा समझ गई कि उसे सही मागदर्शन की और स्वयं पर विश्वास दिलाने की आवश्यकता है। उसने जॉय से पूछा कि उसकी सबसे ज्यादा आरामदायक और पसंदीदा जगह कौन-सी है। जॉय  को अपने कमरे में रहना सबसे अधिक पसंद था। प्रेरणा ने उसमें विश्वास जगाने के लिए उसे आइने के सामने खड़े होकर रिहर्सल करने की सलाह दी। अगली सुबह उसमें आत्मविश्वास देखते ही बनता था। उसने साफ़ और स्पष्ट शब्दों में वाद-विवाद प्रतियोगिता में अपने विचार प्रस्तुत किए और प्रथम स्थान प्राप्त किया।

Caring Icons - Kalpana Jain, Himani Singh, Shireen Ahmed, Kaushal Singh
The Iconic School Bhopal www.iconicschool.com

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